डिविडेंड क्या है और कंपनियां डिविडेंड क्यों देती हैं ?

शेयर बाजार में निवेश करते समय, डिविडेंड (Dividend) एक ऐसा शब्द है जिसे निवेशक अक्सर सुनते हैं। यह एक ऐसा तरीका है जिसके माध्यम से कंपनियां अपने शेयरधारकों को लाभांश देती हैं। जब कोई कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा अपने शेयरधारकों को वितरित करती है, तो इसे डिविडेंड कहा जाता है। यह एक प्रकार की आय है जो निवेशकों को उनकी निवेश की राशि के बदले में मिलती है।

इस लेख में हम डिविडेंड के बारे में विस्तार से समझेंगे, और यह क्यों महत्वपूर्ण है कि कंपनियां डिविडेंड देती हैं। साथ ही, हम जानेंगे कि निवेशकों के लिए डिविडेंड क्यों एक आकर्षक अवसर हो सकता है और कंपनियां इसे क्यों जारी करती हैं।

1. डिविडेंड क्या है ?

डिविडेंड वह राशि होती है जो कंपनी अपने शुद्ध लाभ का एक हिस्सा अपने शेयरधारकों को वितरित करती है। यह राशि निवेशकों को उनके शेयरों की संख्या के अनुपात में मिलती है। डिविडेंड की घोषणा आमतौर पर कंपनी के लाभ के आधार पर की जाती है। यह नगद (Cash Dividend) या अतिरिक्त शेयरों (Stock Dividend) के रूप में हो सकता है।

डिविडेंड की गणना

डिविडेंड की गणना इस प्रकार की जाती है:

डिविडेंड प्रति शेयर=कंपनी का शुद्ध लाभकंपनी के कुल जारी शेयरों की संख्या\text{डिविडेंड प्रति शेयर} = \frac{\text{कंपनी का शुद्ध लाभ}}{\text{कंपनी के कुल जारी शेयरों की संख्या}}

कंपनियां डिविडेंड की घोषणा करते समय यह भी बताते हैं कि यह कितना और कब वितरित किया जाएगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी कंपनी ने 5 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड घोषित किया है और आपके पास 1000 शेयर हैं, तो आपको 5000 रुपये का डिविडेंड मिलेगा।

2. डिविडेंड के प्रकार

कंपनियां विभिन्न प्रकार के डिविडेंड का भुगतान करती हैं, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं:

2.1 नगद डिविडेंड (Cash Dividend)

नगद डिविडेंड वह होता है जिसमें निवेशकों को कंपनी अपनी नकद राशि में डिविडेंड देती है। यह सबसे सामान्य प्रकार का डिविडेंड है, जो सीधे निवेशकों के बैंक खातों में या चेक के माध्यम से भेजा जाता है। नगद डिविडेंड निवेशकों के लिए एक निश्चित आय का स्रोत होता है।

2.2 स्टॉक डिविडेंड (Stock Dividend)

स्टॉक डिविडेंड में कंपनी अपने शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयरों के रूप में लाभ देती है। उदाहरण के लिए, अगर कंपनी ने 1:1 के अनुपात में स्टॉक डिविडेंड की घोषणा की है, तो आपके पास जितने शेयर हैं, उतने ही अतिरिक्त शेयर आपको मिलेंगे। यह कंपनी के लिए अपने नकद प्रवाह को बनाए रखने का एक तरीका हो सकता है, और निवेशकों के लिए यह लंबे समय में अधिक शेयरों का मालिक बनने का अवसर प्रदान करता है।

2.3 संपत्ति डिविडेंड (Property Dividend)

संपत्ति डिविडेंड वह होता है जब कंपनी अपने शेयरधारकों को किसी विशेष संपत्ति, जैसे कि संपत्ति, वस्तु या अन्य वित्तीय उत्पाद देती है, बजाय नगद या शेयरों के। यह एक दुर्लभ प्रकार का डिविडेंड होता है, जिसे विशेष परिस्थितियों में लागू किया जाता है।

2.4 संपत्ति-प्रतिस्थापन डिविडेंड (Scrip Dividend)

कभी-कभी, कंपनियां अपने शेयरधारकों को नकद भुगतान करने के बजाय, उन्हें भविष्य में भुगतान के लिए संपत्ति-प्रतिस्थापन (Scrip) डिविडेंड देती हैं। इसका मतलब है कि कंपनी भविष्य में अपने शेयरों के बदले शेयरधारकों को रकम देने का वादा करती है।

3. कंपनियां डिविडेंड क्यों देती हैं?

कंपनियां डिविडेंड देने के कई कारण होते हैं। आइए जानते हैं कि कंपनियां डिविडेंड क्यों देती हैं:

3.1 निवेशकों को आकर्षित करने के लिए

कंपनियां डिविडेंड देकर निवेशकों को आकर्षित करना चाहती हैं। जब कोई कंपनी नियमित रूप से डिविडेंड देती है, तो वह निवेशकों को यह संकेत देती है कि कंपनी वित्तीय रूप से मजबूत है और शेयरधारकों को लाभ का हिस्सा देती है। निवेशक डिविडेंड को एक स्थिर आय का स्रोत मानते हैं, और ऐसे कंपनियां उनके लिए आकर्षक बन सकती हैं।

3.2 निवेशकों का विश्वास बनाए रखना

कंपनियां डिविडेंड के माध्यम से अपने निवेशकों का विश्वास बनाए रखने की कोशिश करती हैं। अगर कंपनी लगातार डिविडेंड देती है, तो यह निवेशकों को यह दिखाता है कि कंपनी वित्तीय दृष्टिकोण से मजबूत है और उनका मुनाफा सुरक्षित है। निवेशकों का विश्वास बनाए रखने के लिए डिविडेंड का नियमित वितरण महत्वपूर्ण होता है।

3.3 कंपनी के मुनाफे का हिस्सा शेयरधारकों को देना

कंपनियां अपने लाभ का हिस्सा शेयरधारकों को देने के लिए डिविडेंड का भुगतान करती हैं। यह एक प्रकार से कंपनी के शुद्ध लाभ का एक हिस्सा होता है जो निवेशकों के बीच वितरित किया जाता है। डिविडेंड के रूप में मुनाफा वितरण से निवेशक कंपनी की सफलता और लाभप्रदता का हिस्सा बन सकते हैं।

3.4 आर्थिक स्थिरता का संकेत

जब कंपनियां डिविडेंड देती हैं, तो यह संकेत देता है कि कंपनी के पास पर्याप्त नकदी है और वह अपने शुद्ध लाभ का एक हिस्सा शेयरधारकों को देने की स्थिति में है। इससे निवेशकों को यह विश्वास होता है कि कंपनी की आर्थिक स्थिति स्थिर है और भविष्य में भी डिविडेंड मिलने की संभावना बनी रहेगी।

3.5 कंपनी के विकास और विस्तार को बढ़ावा देना

कुछ कंपनियां अपने विकास और विस्तार के लिए पूंजी जुटाने के बजाय डिविडेंड देती हैं। डिविडेंड कंपनी के लिए एक तरीका हो सकता है ताकि वह अपनी नकदी को अधिकतम बनाए रख सके। अगर कंपनी के पास पर्याप्त मुनाफा है, तो वह अपने निवेशकों को डिविडेंड देकर अपने विकास और विस्तार के लिए अधिक पूंजी जुटा सकती है।

4. डिविडेंड का निवेशकों पर प्रभाव

डिविडेंड निवेशकों के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है:

4.1 नियमित आय का स्रोत

डिविडेंड नियमित रूप से निवेशकों को आय का एक स्थिर स्रोत प्रदान करता है। विशेष रूप से रिटायरमेंट के बाद या वे लोग जो अपने निवेश से नियमित आय प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए डिविडेंड एक महत्वपूर्ण आय का स्रोत बन सकता है।

4.2 शेयर मूल्य का निर्धारण

डिविडेंड की घोषणा के बाद शेयर बाजार में अक्सर कंपनी के शेयर की कीमत प्रभावित होती है। अगर कंपनी ने अच्छा डिविडेंड घोषित किया है, तो निवेशक इसे एक सकारात्मक संकेत के रूप में देख सकते हैं और कंपनी के शेयरों की खरीदारी बढ़ा सकते हैं। यह शेयर की कीमत को ऊंचा कर सकता है।

4.3 कंपनी की वित्तीय स्थिति का संकेत

कंपनी द्वारा नियमित रूप से डिविडेंड देने से निवेशकों को यह संकेत मिलता है कि कंपनी आर्थिक रूप से स्थिर है और उसके पास पर्याप्त नकदी है। इसके विपरीत, यदि कंपनी डिविडेंड नहीं देती है या कम देती है, तो यह संकेत हो सकता है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति सही नहीं है या वह अपनी कमाई का पुनर्निवेश करना चाहती है।

4.4 निवेश पर रिटर्न

डिविडेंड शेयरधारकों को उनके निवेश पर रिटर्न प्राप्त करने का एक तरीका होता है। इससे निवेशकों को सीधे लाभ होता है, विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए जो नियमित रूप से आय प्राप्त करना चाहते हैं।

5. डिविडेंड नीति

कंपनियां अपनी डिविडेंड नीति (Dividend Policy) बनाती हैं, जो यह तय करती है कि वे कितना और कब डिविडेंड देंगे। डिविडेंड नीति कई प्रकार की हो सकती है, जैसे:

  • स्थिर डिविडेंड नीति: इसमें कंपनी तय करती है कि वह हर साल एक निश्चित राशि का डिविडेंड देगी।
  • लाभांश आधारित नीति: इसमें डिविडेंड का भुगतान कंपनी के लाभ के आधार पर होता है।
  • उच्च-निम्न नीति: इस नीति में डिविडेंड में उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन यह हमेशा उच्च लाभांश देने की कोशिश करती है।

निष्कर्ष

डिविडेंड एक महत्वपूर्ण वित्तीय तत्व है जो निवेशकों के लिए स्थिर आय का स्रोत हो सकता है। कंपनियां डिविडेंड देकर अपने निवेशकों को उनके निवेश पर रिटर्न देती हैं, साथ ही अपने वित्तीय स्वास्थ्य और लाभप्रदता का संकेत भी देती हैं। यह निवेशकों के विश्वास को बढ़ाता है और उन्हें कंपनी में निवेश करने के लिए प्रेरित करता है। इसलिए, निवेशकों को डिविडेंड की घोषणा और वितरण को समझना महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह उनके निवेश निर्णयों को प्रभावित कर सकता है।

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